Happy Dhanteras 2025
🗓️ शनिवार, 18 अक्टूबर 2025 को धनतेरस का पर्व पूरे भारत में हर्षोल्लास से मनाया जा रहा है। यह दिवाली के पांच दिवसीय उत्सव की शुरुआत है। धनतेरस को धनत्रयोदशी भी कहा जाता है। यह दिन कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को आता है। इस दिन भगवान धन्वंतरि, माता लक्ष्मी और कुबेर देव की पूजा की जाती है।
🎉 धनतेरस का महत्व धनतेरस का अर्थ है “धन का तेरहवां दिन”। ‘धन’ का मतलब है संपत्ति और ‘तेरस’ का मतलब है तेरहवीं तिथि। यह दिन समृद्धि, स्वास्थ्य और शुभता का प्रतीक है। लोग इस दिन अपने घरों को साफ करते हैं, सजाते हैं और दीप जलाते हैं। रंगोली बनाई जाती है और पूजा की जाती है।
🛍️ खरीदारी का शुभ दिन धनतेरस पर सोना, चांदी, बर्तन और इलेक्ट्रॉनिक सामान खरीदना शुभ माना जाता है। यह विश्वास है कि इस दिन खरीदी गई वस्तुएं घर में सुख-समृद्धि लाती हैं। बाजारों में रौनक होती है। लोग नए कपड़े पहनते हैं और उपहारों का आदान-प्रदान करते हैं।
🙏 पूजा विधि धनतेरस की पूजा शाम के समय प्रदोष काल में की जाती है। इस वर्ष पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 7:15 बजे से 8:19 बजे तक है The Times of India | MSN। पूजा में दीपक, फूल, मिठाई और जल का प्रयोग होता है। भगवान धन्वंतरि को तुलसी पत्र और औषधियों से पूजा जाता है। माता लक्ष्मी को कमल फूल और चावल अर्पित किए जाते हैं।
🏠 घर की सजावट लोग अपने घरों को दीपों से सजाते हैं। दरवाजे पर रंगोली बनाई जाती है। घर के मुख्य द्वार पर लक्ष्मी जी के पैरों के निशान बनाए जाते हैं। यह माना जाता है कि इससे लक्ष्मी जी घर में प्रवेश करती हैं।
💬 शुभकामनाएं रथौरे कंस्ट्रक्शन की ओर से सभी ग्राहकों और पाठकों को धनतेरस की हार्दिक शुभकामनाएं। यह दिन आपके जीवन में धन, स्वास्थ्य और खुशियाँ लेकर आए। आप सभी के घरों में लक्ष्मी जी का वास हो और भगवान धन्वंतरि आपको उत्तम स्वास्थ्य प्रदान करें।
🌟 ध्यान देने योग्य बातें
- इस दिन कर्ज न लें।
- लोहे की वस्तुएं न खरीदें।
- घर में साफ-सफाई जरूर करें।
- दीपक जलाना न भूलें।
📢 निष्कर्ष धनतेरस सिर्फ एक पर्व नहीं, यह एक भावना है। यह दिन हमें याद दिलाता है कि स्वास्थ्य और समृद्धि ही असली धन है। इस शुभ अवसर पर अपने परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताएं। पूजा करें, खरीदारी करें और खुशियाँ बाँटें।
💖 RATHORE कंस्ट्रक्शन की ओर से एक बार फिर आपको धनतेरस की ढेरों शुभकामनाएं!