Swachh Bharat Mission : स्वच्छ भारत मिशन
🧹 स्वच्छ भारत मिशन क्या है?
स्वच्छ भारत मिशन 2 अक्टूबर 2014 को शुरू किया गया एक राष्ट्रव्यापी स्वच्छता अभियान है। इसका उद्देश्य भारत को स्वच्छ और खुले में शौच से मुक्त बनाना है।स्वच्छ भारत मिशन (एसबीएम), जिसे स्वच्छ भारत मिशन भी कहा जाता है, भारत सरकार द्वारा उठाया गया एक बड़ा कदम है। इसे महात्मा गांधी की जयंती 2 अक्टूबर 2014 को शुरू किया गया था। इसका लक्ष्य भारत को स्वच्छ और स्वस्थ बनाना है। यह शौचालय निर्माण, अपशिष्ट प्रबंधन और लोगों की स्वच्छता संबंधी आदतों में बदलाव लाने पर केंद्रित है।
📅 2 अक्टूबर ही क्यों?
महात्मा गांधी के सम्मान में यह तिथि चुनी गई थी। वे स्वच्छता और स्वास्थ्य में विश्वास रखते थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली के राजघाट से इस अभियान की शुरुआत की। उन्होंने सभी नागरिकों को इस आंदोलन में शामिल होने का आह्वान किया। यह भारत का सबसे बड़ा स्वच्छता अभियान बन गया।
🏡 मिशन के दो भाग
स्वच्छ भारत मिशन के दो मुख्य भाग हैं:
1. एसबीएम-ग्रामीण: यह भाग गाँवों पर केंद्रित है। इसका प्रबंधन जल शक्ति मंत्रालय द्वारा किया जाता है।
2. एसबीएम-शहरी: यह भाग शहरों और कस्बों में कार्य करता है। इसका संचालन आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय द्वारा किया जाता है।
🚽 स्वच्छ भारत मिशन के मुख्य लक्ष्य
- खुले में शौच को समाप्त करें: – हर घर और सार्वजनिक स्थान पर शौचालय बनाएँ।
- अपशिष्ट प्रबंधन में सुधार करें: – कचरे को उचित तरीके से एकत्रित और संसाधित करें।
- हाथ से मैला ढोने की प्रथा को रोकें: -सीवर की सफाई के लिए लोगों के बजाय मशीनों का उपयोग करें।
- जागरूकता फैलाएँ: – लोगों को स्वच्छता और सफ़ाई के बारे में सिखाएँ।
व्यवहार में बदलाव लाएँ: – लोगों को शौचालय का उपयोग करने और अपने आस-पास के वातावरण को साफ़ रखने के लिए प्रोत्साहित करें।
📊 अब तक की उपलब्धियाँ
- 2014 और 2019 के बीच 9 करोड़ से ज़्यादा शौचालय बनाए गए।
- 6 लाख से ज़्यादा गाँवों को खुले में शौच मुक्त (ODF) घोषित किया गया।
- इस अभियान से कई जानें बचीं। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, 2014 की तुलना में 2019 में दस्त से होने वाली 3 लाख मौतों को टाला गया।
- महिलाएँ ज़्यादा सुरक्षित महसूस करती हैं। यूनिसेफ की एक रिपोर्ट कहती है कि घर में शौचालय बनने के बाद 93% महिलाएँ ज़्यादा सुरक्षित महसूस करती हैं।
- परिवारों ने पैसे बचाए। कम स्वास्थ्य समस्याओं के कारण, खुले में शौच से मुक्त गाँवों में औसतन ₹50,000 प्रति वर्ष की बचत हुई।
🔄 स्वच्छ भारत मिशन का चरण 2
चरण 2 2020 में शुरू हुआ और 2025 तक जारी रहेगा। इसका उद्देश्य चरण 1 के लाभों को बनाए रखना है। इसमें निम्नलिखित पर भी ध्यान केंद्रित किया गया है:
- ठोस और तरल अपशिष्ट प्रबंधन।
- जल निकायों की सफाई।
- गोबरधन योजना के तहत बायोगैस संयंत्रों का निर्माण।
🎉 10 वर्ष समारोह
2 अक्टूबर 2024 को, भारत स्वच्छ भारत मिशन के 10 वर्ष पूरे होने का जश्न मनाएगा। प्रधानमंत्री ने ₹9,600 करोड़ की नई परियोजनाओं का शुभारंभ किया। इनमें शामिल हैं:
- अमृत 2.0 के तहत शहरी जल और सीवेज प्रणालियाँ।
- गंगा बेसिन क्षेत्रों में अपशिष्ट प्रबंधन।
- संपीडित बायोगैस (सीबीजी) संयंत्र।
ग्राम सभाओं और सफाई कर्मचारियों के सम्मान जैसे विशेष कार्यक्रम भी आयोजित किए गए।
🌍 यह क्यों महत्वपूर्ण है
स्वच्छ परिवेश का अर्थ है बेहतर स्वास्थ्य। इससे बीमारियाँ कम होती हैं और जीवन की गुणवत्ता में सुधार होता है। स्वच्छ भारत मिशन केवल एक सरकारी कार्यक्रम नहीं है। यह एक जन आंदोलन है। भारत को स्वच्छ रखने में सभी को भाग लेना चाहिए।
🧱 निर्माण कंपनियों की भूमिका
राठौर कंस्ट्रक्शन जैसी कंपनियाँ निम्नलिखित तरीकों से मदद कर सकती हैं:
- शौचालय और अपशिष्ट उपचार इकाइयाँ बनाकर।
- स्थानीय स्वच्छता अभियानों का समर्थन करके।
- पर्यावरण के अनुकूल निर्माण विधियों का उपयोग करके।
हम सब मिलकर एक स्वच्छ और स्वस्थ भारत का निर्माण कर सकते हैं।
अधिक सुझावों और अपडेट के लिए, यहां जाएं rathoreconstruction.org.